बिहार में कार्यरत IAS के के पाठक को आजकल कौन नहीं जानता है। बिहार के बच्चे बच्चे इन्हें अच्छी तरह से जानते हैं। दरअसल पूरे बिहार में और इसके साथ देश में इनका पापुलैरिटी बढ़ाने का कारण है शिक्षा विभाग का अपर मुख्य सचिव के कार्य को संभालने के बाद से इनके अलग-अलग तरह के आदेश जिसके कारण यह हर दिन खबरों में बने रहते हैं और इन्हें आप सभी लोग अच्छी तरह से जानने लगे हैं।
दरअसल कुछ दिन पहले सरकार ने इन्हें शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव से तबादला करके राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग के ACS के पद पर में ट्रांसफर करने का आदेश जारी किया था जिसके बाद से भूमि सुधार विभाग के ऑफिस के बाहर क पाठक का नेम प्लेट भी लगा दिया गया था लेकिन वायरल खबरों के मुताबिक कुछ दिन बाद ही यह बोर्ड फिर से हटा लिया गया?
क्या है के के पाठक से जुड़ी वायरल खबरें?
पटना: बिहार के सीनियर IAS केके पाठक राजस्व-भूमि सुधार विभाग को जॉइन नहीं करेंगे? बिहार शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव रहे केके पाठक का तबादला राजस्व-भूमि सुधार विभाग के ACS के तौर किया गया था। ट्रांसफर के बाद डिपार्टमेंट के ऑफिस के बाहर उनका नेम प्लेट भी लगा दिया गया था। मीडिया रिपोर्ट में बताया गया कि बुधवार को अचानक से नेम प्लेट हटा दिया गया। उसके बाद से ही इस बात कयास लगाए जा रहे हैं कि वो राजस्व-भूमि सुधार विभाग के अपर मुख्य सचिव के पद को जॉइन नहीं करेंगे।
ऑफिस के बाहर से हटाया गया केके पाठक का नेम प्लेट
सूत्रों के मुताबिक खबर है कि IAS केके पाठक ने नेम प्लेट हटाने को लेकर फोन किया था। चार दिन पहले ही राजस्व-भूमि सुधार विभाग के उनके ऑफिस के बाहर नेम प्लेट लगाया गया था। अब अचानक से नेम प्लेट को हटा दिया गया। वैसे, केके पाठक 30 जून तक छुट्टी पर हैं। छुट्टी पर जाने से पहले वो शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव पद पर तैनात थे। केके पाठक के छुट्टी पर जाने के बाद शिक्षा विभाग का अपर मुख्य सचिव एस. सिद्धार्थ को बनाया गया था। 13 जून को केके पाठक का तबादला राजस्व-भूमि सुधार विभाग में किया गया था।
वही यह बताया जा रहा है कि क पाठक के अनुमति के बिना उनके ऑफिस के बाहर नेम प्लेट लगाने को लेकर उनकी नाराजगी थी।